विश्वास से दगा

विश्वास से दगा
 

भीलवाड़ा। ठगी के लिए ठग क्या-क्या और कैसे-कैसे तरीके निकालते हैं। वे नि:संतान महिलाओं को उपचार का झांसा देकर भी जाल में फंसाने से नहीं चूक रहे। एक फर्जी चिकित्सक द्वारा ऎसी ही ठगी का बुधवार को भण्डाफोड़ हुआ।

प्रशासन और चिकित्सा विभाग ने संयुक्त कार्रवाई के तहत शहर में एक होटल पर छापा मारा और शक्तिवर्द्धक दवा के नाम पर ठगी के गौरखधंधे में लिप्त फर्जी चिकित्सक को गिरफ्तार कर दवाएं बरामद कीं।

उपखण्ड अधिकारी राजकुमारसिंह के अनुसार जिला कलक्टर को एक महिला ने इस संदर्भ में जयपुर निवासी फर्जी चिकित्सक विनोद पारीक के खिलाफ शिकायत की। महिला का आरोप है कि पारीक हर बुधवार पेच एरिया स्थित होटल सनराइज में ठहरता है। नि:संतान होने पर उसने एक साल पहले उससे सम्पर्क किया। बांझपन दूर करने के लिए उसने 50 हजार रूपए सालभर में ले लिए। संतान नहीं हुई तो उसने इलाज के लिए एक लाख रूपए और मांगे।

भेजा बोगस ग्राहक
शिकायत पर कलक्टर ने कार्रवाई के निर्देश दिए। एक महिला को बोगस ग्राहक बनाकर भेजा गया। चिकित्सक विनोद पारीक ने 100 रूपए परामर्श और 500 रूपए इलाज के लिए आवेदन शुल्क लिया।

इशारे पर दबिश
महिला का इशारा मिलते ही उपखण्ड अधिकारी सिंह, सीएमएचओ आरसी सामरिया, जिला आयुर्वेद अधिकारी अनन्त ओझा, ड्रग निरीक्षक देवेन्द्र केदावत और कोतवाली प्रभारी राजाराम मीणा ने दबिश दी। इन अधिकारियों को देख पारीक के होश उड़ गए।

दुकान ही खोल ली
महिलाओं को झांसे में लेने के लिए पारीक ने बाकायदा टेबल लगाकर दवाओं का ढेर लगा रखा था। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने दवाएं जब्त कर लीं।

पकड़ा तो बोला, दवा देने आया था
झूठ छिपाने के लिए पारीक ने बताया कि इलाज कोई और चिकित्सक करते हैं। वह तो सिर्फ दवा देने आया था। उसके पास से एलोपैथिक व आयुर्वेदिक के साथ जड़ी-बूटियों से बनी दवाइयां मिलीं। चिकित्सा विभाग इनकी जांच में तो पुलिस इसके नेटवर्क का पता करने में जुट गई है।

बिना रजिस्ट्रेशन नहीं कर सकता काम
सीएमएचओ सामरिया ने बताया कि पारीक के पास इलाज का रजिस्टे्रशन नहीं है। बिना रजिस्टे्रशन कोई भी इस तरह इलाज नहीं कर सकता। उन्होंने आरोपी से पंचकर्म की डिग्री बरामद की। इसकी जांच की जा रही है। उसके पास नि:संतान महिलाओं को झांसे में लेने के पेम्फलेट भी मिले। शक्तिवर्द्धक गोली और कैप्सूल भी उसके पास थे।

नौकरी का भी झांसा
पेम्फलेट में दसवीं या बारहवीं से आगे नहीं पढ़ पाए युवाओं को मेडिकल क्षेत्र में जाने का तरीका और कमाई का जरिया बताया गया है। माना जा रहा है कि नौकरी का झांसा देकर भी आरोपी ठगी कर चुका है।


 
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