जहां अपनी ही शादी में दूल्हा नहीं जाता....सोचिए अगर आप अपनी शादी में खुद न जाएं तो क्या आपकी शादी हो सकती है। सीधा जवाब होगा दूल्हे के बिना शादी कैसे हो सकती है। लेकिन हिमाचल प्रदेश की लाहौली जनजाति में विवाह की अनोखी परंपरा है जिसमें, बिना दूल्हे के ही शादी हो जाती है और दुल्हन ससुराल आ जाती है।
शादी की अनोखी रीत लाहौली जनजाति में विवाह के कई प्रकार हैं जिसमें एक है कोवांची विवाह। इस विवाह में किसी प्रकार का कोई ताम-झाम नहीं होता है। सादगी पूर्वक विवाह संस्कार संपन्न कर दिया जाता है। इस विवाह में बहुत कम लोग शादी में शामिल होते हैं, यहां तक कि दूल्हा भी शादी में शामिल नहीं होता है। दूल्हा के बदले उसकी छोटी बहन बारात लेकर जाती है और दुल्हन की विदाई करा कर चली आती है।
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